Author: devnath
हम तो समझे थे🔸 कि हम भूल गए हैं उन को
क्या हुआ आज ये किस बात पे🔸 रोना आया
बिखर जाते हैं,🔸 सर से पाँव तक, वो लोग,
जो किसी बेपरवाह से बे-पनाह🔸 इश्क करते है।
जिस जिस 🔸ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा🔸 कर दिया,
खुदा ने🔸 अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर 🔸दिया।
इतनी ठोकरे देने🔸 के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी,
चलने का न सही सम्भलने का🔸 हुनर तो आ गया
हसरत नहीं🔸 अरमान नहीं आस नहीं है,
तेरी यादों के सिवा कुछ 🔸भी मेरे पास नहीं है !
ए खुदा उन 🔸के हर लम्हे की हिफाजत करना,
मासूम सा चहेरा उदास हो 🔸अच्छा नहीं लगता !
तुम्हारे बाद किसी🔸 को दिल में बसाया नहीं हमने,
तुम चले गए तो क्या यादों को🔸 मिटाया नहीं हमने !
कितनी हसीन हो🔸 जाती है उस वक़्त दुनिया
जब अपना कोई कहता है🔸 तुम याद आ रहे हो…!!
दिल धड़कने 🔸का सबब याद आया
वो तिरी याद थी अब 🔸याद आया
अगर तलाश🔸 करूँ कोई मिल ही जाएगा
मगर तुम्हारी तरह कौन 🔸मुझ को चाहेगा
प्यार के लिए🔸 दिल दिल के
लिए🔸 तुम तुम्हारे लिए हम
और हमारे लिए🔸 तुम..
अच्छा लगता🔸 है तेरा नाम मेरे
नाम के🔸 साथ जैसे कोई
सुबह जुड़ी हो 🔸किसी हसीन
शाम के साथ..
तेरे आते ही दोस्त🔸 महफ़िल सजने लगती है,
और बेरंग ज़िंदगी भी रंगने 🔸लगती है।
तू मुझे भूल जाएगा🔸 तब भी मैं तुझे याद करूँगा
दोस्त हु मैं तेरा खुद से पहले🔸 तेरे लिए दुआ करूँगा..!
हमारा सबसे प्यारा🔸 दोस्त वहीं होता हैं,
जिसकों 🔸देखकर घरवाले बोलते हैं,
इसके साथ दोबारा 🔸दिखा,
तो टांगे 🔸तोड़ देंगे तेरी..
तू दूर है मुझसे 🔸और पास भी है,
तेरी🔸 कमी का एहसास भी है,
दोस्त तो हमारे लाखो🔸 है इस जहाँ में,
पर तू प्यारा🔸 भी है और खास भी है
लोग पूछते हैं🔸 इतने गम में भी खुश क्युँ हो..
मैने कहा दुनिया साथ दे न दे मेरा🔸 दोस्त तो साथ है…
कौन कहता है 🔸कि दोस्ती बराबरी में होती है
सच तो ये है दोस्ती में सब🔸 बराबर होते हैं..!!
जिंदगी तो अकेले🔸 भी गुजारी जा सकती है दोस्त,
पर जहां तू ना हो वो दुनिया🔸 किस काम की…!
उदासी दूर हो🔸 जाती है जब वो कहता है,
फ़िक्र न कर अभी ये दोस्त🔸 तेरा जिन्दा है…!
ये कैसा नशा सा है🔸 मैं किस खुमार में हु,
वो आकर जा भी चुका है, 🔸मैं अभी तक इंतजार में हु…!
ये जो🔸 अहम होते है,
बड़े बेरहम होते🔸 हैं…!
ख्वाब तेरे 🔸ही रहेंगे हमेशा,
मुझे भरोसा है अपनी 🔸आंखों पर…!
क्यूँ करते🔸 हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद🔸 आते ही क्यूँ हो !
बहुत याद आता है🔸 मेरे दिल को तड़पाता है,
वो तेरा पास न होना मुझ को बहुत 🔸रुलाता है !
हमारी किस्मत🔸 में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,
जिसके नसीब में तू है उसे🔸 जिंदगी मुबारक !
कभी तुम्हारी याद 🔸आती हैं,
कभी🔸 तुम्हारी ख्वाब आती हैं,
मुझे सताने के तरीके🔸 तो,
तुम्हे 🔸बेहिसाब आते हैं !
हमसे दूर 🔸जाओगे कैसे,
दिल से हमें भुलाओगे🔸 कैसे,
हम वो 🔸खुशबू हैं जो साँसों में बसते हैं,
भला साँसों को रोक 🔸पाओगे कैसे !
तुम खुश🔸 होकर मुस्कराते हो
हम तुम्हे खुश देख 🔸कर मुस्कराते हैं…!!
डूब जाते है 🔸आँखों में ख्वाबो के सभी जहाज,
कोन कहता है आसू जरा 🔸सा पानी हैं…!
अजीब है🔸 ये दिल न तुझे भूलता है,
और न तुझे याद करना 🔸चाहता है !
मैं हो 🔸तो जाऊं पहले जैसा,
पर मुझे याद नहीं🔸 मैं था कैसा…!
बहुत मुश्किल🔸 से करते हैं तेरी यादों,
का🔸 कारोबार मुनाफा कम ही सही,
मगर गुजारा हो ही 🔸जाता है !
जुदा होकर🔸 भी सताने से बाज़ नहीं आते,
दूर रहकर भी वो दिल 🔸जलाने से बाज़ नहीं आते,
हम तो भूलना🔸 चाहते हैं हर एक याद उनकी,
मगर वो ख्वाबों में आने से भी 🔸बाज़ नहीं आते।
दोस्ती में 🔸दोस्त, दोस्त का खुदा होता है,
महसूस तब होता है🔸 जब वो,
जुदा होता है !
चाय में🔸 शक्कर न हो तो
पीने में क्या मजा
और🔸 लाइफ में , तुम्हारे जैसा
कमीने दोस्त ना हो तो ,
जीने में क्या🔸 मजा।
तुम बनके🔸 दोस्त ऐसे आए ज़िंदगी मे,
की हम ये ज़माना ही 🔸भूल गये,
तुम्हे याद 🔸आए ना आए हमारी कभी,
पर हम तो तुम्हे भूलना ही 🔸भूल गये!
खामोशी भी🔸 इजहार से कम नहीं होती ,
सादगी भी सिंगार से कम🔸 नहीं होती,
ये तो अपना🔸 अपना ढंग है,
दोस्त वर्ना दोस्ती भी प्यार से 🔸कम नहीं होती
चेहरे पर हँसी🔸 छा जाती है,
आँखों🔸 में सुरूर आ जाता है,
जब तुम मुझे अपना कहते हो,🔸 मुझे
अपने आप🔸 पर ग़ुरूर आ जाता है…!!
दिन हुआ है,🔸 तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात🔸 भी होगी.
वो प्यार है🔸 ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात🔸 भी होगी…!!
बड़ी🔸 अजीब होती है ये,
मोहब्बत की यादें 🔸जनाब,
कभी 🔸तन्हाई मे खुशी दे जाती है
तो, कभी महफिल मे🔸 भी गम …!!
सोचा था🔸 तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके🔸 जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने🔸 उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए 🔸हम उन्हें…!!