हम तो समझे थे🔸 कि हम भूल गए हैं उन को
क्या हुआ आज ये किस बात पे🔸 रोना आया
बिखर जाते हैं,🔸 सर से पाँव तक, वो लोग,
जो किसी बेपरवाह से बे-पनाह🔸 इश्क करते है।
जिस जिस 🔸ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा🔸 कर दिया,
खुदा ने🔸 अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर 🔸दिया।
इतनी ठोकरे देने🔸 के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी,
चलने का न सही सम्भलने का🔸 हुनर तो आ गया