अपनो से दिल💘 लगाने की आदत नही रही,
हर वक्त😌 मुस्कुराने की आदत नही रही…!
शहर ज़ालिमों का है साहब, 🚶♀️जरा संभल कर चलना,
यहां सीने से लगाकर, लोग💘 दिल निकाल लेते है…!
यु न खिल खिल के😌 हँसा कर उदास लोगो पे ऐ दोस्त,
तेरे चेहरे की रंगत भी किसी दिन ❤मोहब्बत उड़ा देगी…!
एक तुम ही😌 तो थे जो मुझे समझते थे,
ये क्या हुआ के तुम भी 🙏समझदार हो गए…!