अपने अंदर 🔸का शेर जगाओ,
चलो उठो अब अपनी 🔸पहचान बनाओ!
मंजर बुरा हो सकता है🔸, मजिंल नहीं,
दौर बुरा हो 🔸सकता है लेकिन जिंदगी नहीं!
मुश्किलें 🔸कमजोर पड़ जाती है,
जब आपको मजबूत 🔸पाती है!
मनुष्य अपने 🔸विश्वास से निर्मित होता हैं,
जैसा वो विश्वास करता हैं 🔸वैसा वो बन जाता हैं!
वक्त, हालत, मौसम🔸 कैसे भी हों, तू लड़ना सीख,
तू चलना सीख, तू आगे 🔸बढ़ना सीख!