Matlabi
मतलबी लोगों को तो🔸 पहले चांद नजर आता है,
मतलब पूरा होते ही उस चांद में🔸 दाग नजर आता है।
विश्वास की डोर को 🔸चुटकियों में तोड़ जाते हैं,
घटिया लोग अपनों को बीच रास्ते में 🔸छोड़ जाते हैं।
रोता वही है 🔸जिसने महसूस किया है सच्चे रिश्ते को,
मतलब का रिश्ता रखने वालों की 🔸आंखों में न शर्म होती है न पानी।
इस मतलबी दुनिया 🔸के हम कुछ यूं शिकार हो गए,
भरोसा करके हम अपनों के🔸 ही गुनहगार हो गए।
मतलबी लोगों से 🔸क्यों रखें हम वास्ता,
सामने आते दिखे बदल लेना 🔸चाहिए अपना रास्ता।